सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 90 |कंपटीशन परीक्षा में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | NEET में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | 11th स्टैंडर्ड के प्रश्न उत्तर | रसायन विज्ञान के संबंधित संपूर्ण प्रश्न उत्तर
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 90
Ans. सिमेटिडीन तथा रैनिटिडीन अतिअम्लता के उपचार में सिद्ध हुई।
Ans. वे कार्बनिक यौगिक जो विभिन्न प्रकार के रंगों, खाद्य पदार्थों, कागज, दीवारों एवं अन्य पदार्थों को रंगने के लिए प्रयुक्त किए जाते हैं, रंजक कहलाते हैं।
Ans. प्राचीन काल में रंजक रेशों या वस्तुओं को रंगने के लिए रंजको को पेड़, पौधे एवं जैविक पदार्थों से प्राप्त किए जाते थे।
Ans. रंजको के सामान्य लक्षण, इनमें कोई विशेष रंग नहीं होना चाहिए, यह प्रकाश से अप्रभावित रहने चाहिए, यह जल, तनु, ताप, शुष्क धुलाई में प्रयुक्त साबुन, अपमार्जक इत्यादि के प्रतिरोधी होने चाहिए तथा कपड़े या रेशे को सीधे या परोक्ष रूप से रंगने की क्षमता होनी चाहिए।
Ans. किसी पदार्थ का रंग उसमें उपस्थित रंजक पदार्थ तथा उस पर पड़ने वाले प्रकाश पर निर्भर करता है।
Ans. परावर्तित प्रकाश का रंग अवशोषित प्रकाश का पूरक रंग होता है।
Ans. कार्बनिक यौगिक में समान्यता रंग केवल तब ही पाया जाता है जबकि उनमें कोई असंतृप्त या बहुबंध उपस्थित हो ऐसे समूह को वर्ण मूलक कहते हैं।
Ans. ऐसे यौगिक जिनमें वर्णमूलक समूह पाया जाता है वर्णजन कहलाते हैं।
Ans. कुछ संतृप्त समूह ऐसे होते हैं जो अकेले यौगिक को रंग प्रदान करने में असमर्थ होते हैं परंतु किसी किसी वर्ण मूलक समूह युक्त यौगिक में प्रविष्ट करवा दिए जाने पर यौगिक को रंग प्रदान करने योग्य बना देते हैं अथवा उसका रंग गहरा कर देते हैं, ऐसे समूह वर्ण वर्धक कहलाते हैं।
Ans. आधुनिक सिद्धांतों में संयोजकता बंध सिद्धांत एवं अणु कक्षक सिद्धांत के आधार पर रंजको का संरचनात्मक संबंध और भी स्पष्ट समझाया जा सकता है।
Ans. रंजको का उपयोग कपड़े, रेशे, कागज, चमड़ा, दीवारें, खाद पदार्थ, एवं अन्य अनेक पदार्थ को रंगने में किया जाता है।
Ans. इन रंजको के गर्म जलीय विलयन में रेशों को सीधे डुबो दिया जाता है और फिर बाहर निकाल कर सुखा दिया जाता है यह सीधे ही उपयोग में लाए जाते हैं अतः इन्हें सीधे रंजक कहते हैं।
Ans. सीधे रंजक का उपयोग सूत, ऊन, रेशम, नायलॉन आदि के रंजक हेतु किया जाता है।
Ans. अम्लीय रंजक का प्रयोग हल्के अम्लीय माध्यम में किया जाता है।
Ans. क्षारीय रंजक का उपयोग नायलॉन, पॉलिएस्टर आदि में किया जाता है।
Ans. प्रर्कीणन रंजक पॉलिएस्टर, नायलॉन, पॉलिएक्रेलोनाइट्राइल इत्यादि रेशों के रंजन में होता है।
Ans. अन्तर्निहित रंजक का दूसरा नाम बर्फ रंग है।
Ans. वेट रंजक मुख्य रूप से सूती कपड़ों या रेशों के लिए उपयुक्त होते हैं।
Ans. सबसे प्राचीन ज्ञात रंजक नाइट्रो एवं नाइट्रोसो रंजक है।
Ans. नाइट्रो एवं नाइट्रोसो रंजक में नाइट्रो या नाइट्रोसो समूह उपस्थित होते हैं।
Ans. डाइफेनिलमेथेन रंजक में मुख्य ढांचा डाइफेनिलमेथेन होता है।
Ans. डाइफेनिलमेथेन रंजक का उपयोग रेशम, जूट, कागज तथा चमड़े इत्यादि को रंगने में होता है।
Ans. ट्राइफेनिलमेथेन रंजक ट्राइफेनिलमेथेन के ऐमिनों का व्युत्पन्न हैं।
Ans. थैलीक एनहाइड्राइड तथा फीनाॅलिक यौगिकों के संघनन से बने यौगिक थैलीन कहलाते हैं।
Ans. सबसे पुराना कार्बनिक रंजक इंडिगो या नील है।
Ans. ऐलिजरीन मजीठ की जड़ों से प्राप्त किया जाता है।
Ans. एन्थ्रोक्विनोन रंजक का उपयोग मोर्डेन्ट रंजक के रूप में किया जाता है?
Ans. विषम चक्रीय रंजकों कें अणुओं में कम से कम एक विषम चक्रीय वलय उपस्थित होता है।
Ans. एक्रीफ्लेविन रंजक का उपयोग कैलिकों प्रिंटिंग, रंजन, कीटनाशक, चिकित्सा इत्यादि में होता है।
Ans. वे रसायनिक पदार्थ जो खाद्य पदार्थों में जीवाणुओं आदि के कारण होने वाले अवांछित परिवर्तनों को रोकने तथा उन्हें नष्ट होने से बचाने के लिए प्रयुक्त किए जाते हैं, परिरक्षक कहलाते हैं।
Ans. किसी रासायनिक परिरक्षक में वह अल्प मात्रा में क्रियाशील हो, दीर्घकालिक प्रभावी हो, भोज्य पदार्थ की गुणवत्ता कम ना करें, भोज्य पदार्थ पर हानिकारक प्रभाव ना हो।
Ans. सोडियम बेंजोएट का 0.06%-0.1% सांद्रता वाला विलयन फलों के रस, स्कवैश, जैम, जैली, अचार आदि के परिरक्षण में प्रयुक्त होता है।
Ans. सार्बेट, सार्बेक अम्ल के लवण होते हैं।
Ans. सार्बेट का उपयोग दूध एवं पनीर से बनी खाद सामग्री को परिरक्षित करने में किया जाता है।
Ans. भोज्य पदार्थों में पोटैशियम मेटा बाई सल्फाइट मिलाने पर सल्फर डाइऑक्साइड प्राप्त होता है।
Ans. पैराबीन्स एल्किल पैराहाइड्रोक्सी बेंजोएट है।
Ans. पैराबीन्स का उपयोग टमाटर की चटनी, सॉस के परिरक्षण में किया जाता है।
Ans. प्रोपिओनेट, प्रोपिओनिक अम्ल के एथिल व फेनिल एस्टर होते हैं।
Ans. प्रोपिओनेट का प्रयोग पापड़, बेकरी बिस्किट आदि को सुरक्षित रखने में किया जाता है।
Ans. कार्बनिक रसायन एक यौगिको जो खाद्य पदार्थों को मीठा बनाने के लिए प्रयुक्त होता है, कृत्रिम मधुरण कर्मक कहलाते हैं।
Ans. O-सल्फो बेंजोएट एमाइड को सैकेरीन कहते हैं।
Ans. सैकेरीन का स्वाद शर्करा से 600 गुना अधिक मीठी होती है।
Ans. मधुमेह रोगी शर्करा के स्थान पर सैकेरीन का प्रयोग करते हैं।
Ans. खाद्य पदार्थ में ऑक्सीजन की क्रिया के वेग को कम करने हेतु मिश्रित रसायनिक पदार्थ प्रति ऑक्सीकारक कहलाते हैं।
Ans. खाद्य पदार्थों को आकर्षक एवं रंगीन बनाने के लिए प्रयुक्त रसायन खाद्य रंग कहलाते हैं।
Ans. खाद्य रंग मुख्यता रंजक होते हैं।
Ans. सामान्यतः खाद्य रंग बच्चों तथा अस्थमा के रोगियों के लिए हानिकारक होता है।
Ans. उच्च वसा अम्लों जैसे स्टीयरिक अम्ल, पामिटिक अम्ल, ओलिइक अम्ल इत्यादि के सोडियम या पोटेशियम लवणों को साबुन कहा जाता है।
Ans. संतृप्त वसा अम्लों के सोडियम लवण कठोर साबुन कहलाते हैं।
Ans. असंतृप्त वसा अम्लों के पोटेशियम लवण मृदु साबुन कहलाते हैं।
Over more GK questions-
- सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग-89
- स्वतंत्र प्रांतीय राज्यों के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर part 3.
- स्वतंत्र प्रांतीय राज्यों के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर part 2.
- सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग-91
- सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग-90
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 90