सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर part 44 |कंपटीशन परीक्षा में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | NEET में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | 11th स्टैंडर्ड के प्रश्न उत्तर | रसायन विज्ञान के संबंधित संपूर्ण प्रश्न उत्तर
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर part 44
Ans. धातुओं का वह गुणधर्म जिसके अंतर्गत उन्हें पीट-पीट कर उनकी पतली चादरें बनाई जाती है, आघातवधर्यता कहलाती है।
Ans. धातुएं आघातवधर्यता का गुण प्रदर्शित करती है।
Ans. धातुओं का वह गुणधर्म जिसके अंतर्गत उन्हें पतले तार में परिणत किया जाता है, तन्यता कहलाता है।
Ans. सर्वाधिक तन्य धातु सोना और चांदी है।
Ans. 1 ग्राम सोने से 2 किमी. लंबी तार बनाई जा सकती है।
Ans. वह परिवर्तन जो पदार्थ के अणु की रचना को बिना बदले ही पदार्थ के कुछ विशिष्ट गुणों जैसे अवस्था, आकार इत्यादि को बदल देती है, भौतिक परिवर्तन कहलाती है।
Ans. जल का जमकर बर्फ बनना, नमक का जल में विलियन, बादलों का बनना, बर्फ का पिघलना तथा जल का वाष्प में परिवर्तन होना भौतिक परिवर्तन का उदाहरण है।
Ans. वह परिवर्तन जो पदार्थ के अणु की रचना को बदल कर पदार्थ के कुछ विशिष्ट गुणों को बदल देता है, रसायनिक परिवर्तन कहलाता है।
Ans. मैग्नीशियम के तार का जलना, मोमबत्ती का जलना, दूध से दही बनना तथा लोहे पर जंग लगना इत्यादि रसायनिक परिवर्तन का उदाहरण है।
Ans. लोहे को गलित जस्ता में डूबा देने से लोहे पर जस्ता की एक परत चढ़ जाती है, इस क्रिया को जस्ती करण कहते हैं।
Ans. किसी तत्व के एक अणु में उपस्थित परमाणुओं की संख्या को परमाणुकता कहते हैं।
Ans. सल्फर की परमाणुकता 8 है।
Ans. ऐसे रासायनिक पदार्थ जो अपनी उपस्थिति मात्र से किसी रासायनिक अभिक्रिया कें वेग को परिवर्तित करने की क्षमता रखते हैं तथा स्वयं अभिक्रिया के अंत में रासायनिक रूप से अप्रभावित रहते हैं, उत्प्रेरक कहलाते हैं।
Ans. उत्प्रेरक की खोज का श्रेय बर्जीलियस को जाता हैं।
Ans. किसी पदार्थ की उपस्थिति मात्र सें रासायनिक अभिक्रिया के वेग से होने वाले परिवर्तन की पुष्टि 1835 में हुई।
Ans. कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं जिनकी उपस्थिति मात्र से किसी उत्प्रेरक की उत्प्रेरक शक्ति बढ़ जाती है, परंतु ऐसे पदार्थ स्वंय उत्प्रेरक का कार्य नहीं करते, ऐसे पदार्थ को उत्प्रेरकवर्द्धक कहते हैं।
Ans. उत्प्रेरक के तीन प्रकार होते हैं।
Ans. ऐसे उत्प्रेरक जो किसी रासायनिक अभिक्रिया के वेग को बढ़ाते हैं, धनात्मक उत्प्रेरक कहलाते हैं।
Ans. ऐसे उत्प्रेरक जो किसी रासायनिक अभिक्रिया को हटाते हैं, ऋणात्मक उत्प्रेरक कहलाते हैं।
Ans. जब किसी रासायनिक अभिक्रिया के दौरान बना कोई उत्पाद उसी रसायनिक अभिक्रिया के लिए उत्प्रेरक का कार्य करने लगता है, स्व- उत्प्रेरक कहलाते हैं।
Ans. जब एक रासायनिक अभिक्रिया का उत्पादन दूसरी रासायनिक अभिक्रिया के लिए उत्प्रेरक का कार्य करता है प्रेरित कहलाता है।
Ans. उत्पेरण के 2 प्रकार है।
Ans. वह उत्प्रेरक जिसमें उत्प्रेरक तथा अभिकारक एक ही प्रावस्था में रहते हैं, समांगी उत्प्रेरक कहलाता है।
Ans. वह उत्प्रेरक जिसमें उत्प्रेरक तथा अभिकारक भिन्न-भिन्न प्रावस्था में रहते हैं, विषमांगी उत्प्रेरण कहलाते हैं।
Ans. जो पदार्थ स्वंय किसी उत्प्रेरक की उत्प्रेरण क्षमता को कम या नष्ट कर देते हैं, उन्हें उत्प्रेरक विष कहते हैं।
Ans. वह पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया के वेग को कम कर देता है, संदमक कहलाता है।
Ans. लौह चूर्ण का उपयोग अमोनिया गैस बनाने की हैबर विधि में होता है।
Ans. प्लेटिनम चूर्ण का उपयोग सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने की सम्पर्क विधि में होता है।
Ans. नाइट्रोजन के ऑक्साइड का उपयोग सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने की सीस कक्ष विधि में होता है।
Ans. निकिल का उपयोग वनस्पति तेलों से कृत्रिम घी बनाने में होता है।
Ans. गर्म एलुमिना का उपयोग एल्कोहल से ईथर बनाने की विधि में होता है।
Ans. क्यूप्रिक क्लोराइड का उपयोग क्लोरीन गैस बनाने की डीकान विधि में होता है।
Ans. पेप्सिन एंजाइम का उपयोग अमाशय में प्रोटीन को पेप्टाइड में अपघटिक करने में होता है।
Ans. इरेप्सिन एंजाइम का उपयोग आंतों में प्रोटीन को अमीनो अम्ल में अपघटित करने में होता है।
Ans. ट्रिप्सिन एंजाइम का उपयोग अग्नाशय में प्रोटीन को अमीनो अम्ल में अपघटित करने में होता है।
Ans. टायलिन एंजाइम का उपयोग मानव लार में स्टार्च को ग्लूकोस में परिवर्तित करने में होता है।
Ans. जाइलेम एंजाइम का उपयोग ग्लूकोज से एथिल एल्कोहल बनाने में होता है।
Ans. डाइस्टेज एंजाइम का उपयोग स्टार्च से माल्टोस के बनने में होता है।
Ans. माइकोडमी एसीटी का उपयोग गन्ने की शक्कर से सिरके के निर्माण में होता है।
Ans. इंवर्टेज एंजाइम का उपयोग गन्ने की शक्कर से ग्लूकोज व फ्रक्टोज बनाने में होता है।
Ans. लैक्टिव वैसिली का उपयोग दूध से लैक्टिक अम्ल बनाने में होता है।
Ans. अणु जीवो में संकीर्ण नाइट्रोजन युक्त पदार्थ, जो किण्वन की क्रिया सम्पादित करते हैं, एंजाइम कहलाता है।
Ans. एंजाइम का दूसरा नाम जीव रसायनिक उत्प्रेरक है।
Ans. यें अत्यंत ही विशिष्ट होते हैं और एक एंजाइम केवल एक ही क्रिया को संपादित करता हैं। यह एंजाइम का गुण है।
Ans. सीमेंट कैल्शियम एलुमेनट तथा कैल्शियम सिलिकेट का मिश्रण है।
Ans. सीमेंट एक धूसर रंग का बारीक चूर्ण है।
Ans. सीमेंट में जल के साथ अभिक्रिया करके जमने तथा दृढ़ होने का गुण होता है।
Ans. सीमेंट का प्रयोग सबसे पहले इंग्लैंड निवासी जोसेफ आस्पडीन नामक अंग्रेजी वैज्ञानिक ने किया था।
Ans. सीमेंट का प्रयोग सबसे पहले 1824 ई० में किया गया।
Ans. जोसेफ आस्पडीन नामक अंग्रेजी वैज्ञानिक ने सीमेंट का नाम ‘पोर्टलैंड सीमेंट’ रखा।
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