सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर part 69 |कंपटीशन परीक्षा में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | NEET में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | 11th स्टैंडर्ड के प्रश्न उत्तर | रसायन विज्ञान के संबंधित संपूर्ण प्रश्न उत्तर
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर part 69
Ans. किसी अक्रिय गैस की ठोस अवस्था में परमाणुओं के मध्य वंडरवाल बल होगा।
Ans. रेडॉन का उपयोग कैंसर रोग के उपचार में किया जाता है।
Ans. हीलियम उत्कृष्ट गैस है जो कांच, रबड़ तथा प्लास्टिक में से विसरित हो जाती है।
Ans. फ्लुओरीन तथा ऑक्सीजन की विद्युतऋणता अधिक होने के कारण इनमें ऑक्सीकारक गुण पाया जाता है अतः जीनाॅन इनके साथ ही यौगिक बनाती है।
Ans. न्यूनतम क्वथनांक वाली उत्कृष्ट गैस हिलियम है।
Ans. He के गुणों के आधार पर इसे अन्य उत्कृष्ट गैसों के साथ p-ब्लॉक में रखा गया है।
Ans. He के छोटे आकार तथा पूर्ण पूरित विन्यास के कारण इसकी इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृत्ति नगण्न होती है अतः इसकी आयनन एंथैल्पी अधिकतम होती है।
Ans. वर्ग 15 के तत्वों में अतिरिक्त स्थायित्व प्राप्त अर्ध पूरित इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के p-कक्षक होते हैं अतः इनमें से इलेक्ट्रॉन को निकालने में अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, अतः वर्ग 15 के तत्वों की तुलना में 16 के तत्वों की प्रथम आयनन एंथैल्पी का मान कम होता है।
Ans. ऑक्सीजन के अत्यधिक छोटे परमाणु आकार के कारण इस पर इलेक्ट्रॉन आवेश घनत्व अधिक होता है अतः यह आने वाले इलेक्ट्रॉन को प्रतिकर्षित करता है, इसीलिए इसकी इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृत्ति सल्फर की तुलना में कम होती है।
Ans. जब ओजोन, बोरेट बफर युक्त आधिक्य प्रतिरोधी पोटेशियम आयोडाइड विलयन के आधिक्य से अभिक्रिया करती है तो आयोडीन मुक्त होती है जिसका मानक सोडियम थायोसल्फेट विलेन के साथ अनुमापन करके O3 गैस का मात्रात्मक आकलन किया जाता है।
Ans. जब सल्फर डाइऑक्साइड को Fe(III) लवण के जलीय विलयन में प्रवाहित करते हैं तो SO2 इसे Fe(II) में अपचयित कर देता है क्योंकि नम सल्फर डाइऑक्साइड अपचायक की तरह व्यवहार करती है।
Ans. नाइट्रोजन के छोटे आकार तथा उच्च विद्युत ऋणता के कारण N-H बंध, अधिक ध्रुवीय होता है अतः NH3 हाइड्रोजन बंध बनाती है जबकि फास्फोरस का आकार बड़ा होता है तथा इसकी विद्युत ऋणता भी कम होती है अतः P-H बंध लगभग अध्रुवीय होता है इसीलिए PH3 में हाइड्रोजन बंध नहीं बनता।
Ans. हैलोजन की उच्च विद्युत ऋणता तथा अधिक इलेक्ट्रॉन बंधुता के कारण इनमें इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृत्ति अधिक होती है तथा इनके मानक इलेक्ट्रोड विभव के मान भी अधिक होते हैं अतः यह प्रबल ऑक्सीकारक होते हैं।
Ans. ClO2 को ऑक्सीकारक तथा विरंजक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।
Ans. सभी हैलोजन रंगीन होते हैं इसका कारण यह है कि इनमें दृश्य क्षेत्र में विकिरणों का अवशोषण होता है क्योंकि इनमें संयोजकता कोश व ऊर्जा स्तर में अंतराल कम होता है जिससे बाह्मत्तम कोष के इलेक्ट्रॉन उत्तेजित होकर उच्च ऊर्जा स्तर मेंत्रचले जाते हैं तथा यह पुनः इन विकिरणों का उत्सर्जन करते हैं विकिरण के भिन्न-भिन्न क्वांटम अवशोषित करने के कारण उनका रंग भी भिन्न-भिन्न होता है जैसे क्लोरीन हरापन लिए हुए पीला, ब्रोमीन लाल तथा आयोडीन बैंगनी रंग का होता है।
Ans. पिघली हुई सल्फर को जब ठंडे जल में उडे़लते हैं तो रबर जैसी मुलायम सल्फर प्राप्त होती है, जिसे प्लास्टिक सल्फर कहते हैं।
Ans. Zn2+ आयन का जलीय विलियन रंगीन नहीं होता है।
Ans. Os तत्व +8 ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करता है।
Ans. किसी संक्रमण तत्व की उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था (n-1)d + ns इलेक्ट्रॉन के बराबर हो सकती है।
Ans. Mn2+ आयन में अनु चुंबकीय गुण सर्वाधिक होता है।
Ans. Cd,Hg युग्म में की धातुओं का आकार लगभग समान होता है।
Ans. Mn तत्व की तृतीय आयनन एंथैल्पी सर्वाधिक होती है।
Ans. बाह्मतम इलेक्ट्रॉनिक विन्यास वाले परमाणु में से सर्वाधिक ऑक्सीकरण संख्या (n-1)d5 ns2 परमाणु द्वारा प्रदर्शित होती है।
Ans. प्रथम संक्रमण श्रेणी में Cr धातु का गलनांक उच्चतम होता है।
Ans. Os धातु का घनत्व अधिकतम होता है।
Ans. उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था Mn के द्वारा प्रदर्शित की जाती है।
Ans. लैंथेनाइड संकुचन प्रभावी नाभिकीय आवेश में वृद्धि के कारण होता है।
Ans. Cu+1 आयन में समस्त इलेक्ट्रॉन युग में अवस्था में है।
Ans. f- ब्लॉक के तत्वों को आंतरिक संक्रमण तत्व कहते हैं।
Ans. f- ब्लॉक में कुल 28 तत्व होते हैं।
Ans. MnO की प्रकृति क्षारीय होती है।
Ans. मिश्र धातु पीतल, कॉपर तथा जिंक धातु से बनी होती है।
Ans. आंतरिक संक्रमण तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n-1)d1-10 ns 1-2 होता है।
Ans. संक्रमण तत्वों के परमाणु आकार को प्रभावित करने वाले कारक प्रभावी नाभिकीय आवेश तथा परिरक्षण प्रभाव है।
Ans. 12 वर्ग (Zn, Cd, Hg) के अतिरिक्त ब्लॉक के सभी तत्वों को संक्रमण तत्व कहते हैं।
Ans. क्रोमियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d5 4s1 है।
Ans. प्रथम संक्रमण श्रेणी में मैग्नी सर्वाधिक तथा जिंक सबसे कम ऑक्सीकरण अवस्था दर्शाते हैं।
Ans. संक्रमण तत्व का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n-1) d1-10 ns1-2, यहां n= 4 से 7 है।
Ans. U92 के बाद के रेडियो सक्रिय तथा कृत्रिम तत्व को परायूरेनियम तत्व कहते हैं।
Ans. Mn के अधिकतम अम्लीय ऑक्साइड का सूत्र Mn2O7 है।
Ans. Ni तथा Fe, संक्रमण तत्व CO के साथ बने संकुलों में शून्य ऑक्सीकरण दर्शाते हैं।
Ans. d- ब्लॉक के वे तत्व Zn, Cd तथा Hg हैं जो संक्रमण तत्व नहीं है।
Ans. 3d श्रेणी में वह तत्व जिंक है जिसका गलनांक तथा कठोरता न्यूनतम होती है।
Ans. 3d श्रेणी में Cu तथा Zn में से Zn कि परमाणु त्रिज्या अधिक होती है।
Ans. संक्रमण धातु में उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था दर्शाने वाले तत्व Os तथा Ru, +8 है।
Ans. सिक्का धातु कॉपर, सिल्वर तथा गोल्ड होते हैं।
Ans. 3d श्रेणी में न्यूनतम घनत्व वाले तत्व का नाम स्कैंडियम है।
Ans. Ag+ का सम इलेक्ट्रॉनिक धातु आयन Cd2+ होता है क्योंकि दोनों में 46 इलेक्ट्रॉन होते हैं।
Ans. Cr की दो महत्वपूर्ण ऑक्सीकरण अवस्था +3 तथा +6 है।
Ans. Sc से Cr तक अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ती है इसलिए धात्विक बंध की प्रबलता बढ़ती है, इसी कारण कठोरता भी बढ़ती है।
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