सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 74 |कंपटीशन परीक्षा में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | NEET में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | 11th स्टैंडर्ड के प्रश्न उत्तर | रसायन विज्ञान के संबंधित संपूर्ण प्रश्न उत्तर
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 74
Ans. एथेनॉल का उपयोग पेंट, वॉशिंग आदि के विलायक के रूप में, औषधियों के निर्माण में तथा पेय पदार्थों के रूप में होता है।
Ans. ऐथिलीन ग्लाइकाॅल का उपयोग टेरिलिन के निर्माण में, परिरक्षक के रूप में तथा स्नेहक के रूप में होता है।
Ans. ग्लिसराॅल का उपयोग प्लास्टिक, कृत्रिम रेशा के निर्माण में, स्नेहक के रूप में तथा प्रतिहीम के रूप में होता है।
Ans. ऐसे एरोमेटिक हाइड्राॅक्सी यौगिक जिनमें हाइड्राॅक्सी समूह सीधे बेंजीन वलय से जुड़ा होता है, फिनाॅल कहलाता है।
Ans. फिनोल तनु अम्ल या तनु क्षार की उपस्थिति में फाॅर्मेल्डिहाइड के साथ संघनन अभिक्रिया द्वारा मुख्य उत्पादन के रूप में पैरा हाइड्राॅक्सी बेंजीन एल्कोहाॅल बनाता है जो संघनित होकर उस अणुभार वाला बहुलक देते हैं, जिसे बैकलाइट कहते हैं।
Ans. बेंजीन डाइऐजोनियम लवण के जलीय विलयन को उबालने पर फिनाॅल प्राप्त होता है।
Ans. क्लोरो बेंजीन को 623K ताप पर 320 वायुमंडलीय दाब पर NaOH के साथ संगलित किया जाता है तो सोडियम
फिनाॅक्साइड प्राप्त होता है।
Ans. सैलिसिलिक अम्ल को सोडा लाइम के साथ गर्म करने पर सोडियम फिनाॅक्साइड बनता है।
Ans. फिनाॅल का औद्योगिक उत्पादन क्यूमीन से किया जाता है?
Ans. आइसोप्रोपिल बेंजीन को क्यूमीन कहते हैं।
Ans. कोलतार का प्रभावी आसवन करने पर मध्यतेल अंश प्राप्त होता है।
Ans. फिनाॅल को आधुनिक विधि में बेंजीन के ऑक्सीकरण द्वारा बनाया जाता है।
Ans. इसमें बेंजीन तथा वायु के मिश्रण को 583K पर गर्म वेनेडियम पेंटाक्साइड पर प्रवाहित करने पर बेंजीन फिनाॅल बनती है।
Ans. फिनाॅल एक रंगहीन विशिष्ट प्रकार की गंध वाला क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है।
Ans. फिनाॅल का गलनांक 314K है।
Ans. फिनाॅल का क्वथनांक 455K है।
Ans. फिनाॅल की रासायनिक अभिक्रिया को तीन वर्गो में विभाजित किया गया है।
Ans. फिनाॅल सक्रिय धातु जैसे- सोडियम, पोटेशियम तथा एलुमिनियम के साथ अभिक्रिया करके फीनाॅक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस बनाता है।
Ans. फिनाॅल जलीय सोडियम हाइड्रोक्साइड के साथ अभिक्रिया द्वारा सोडियम फीनाॅक्साइड बनाता है।
Ans. कार्बोक्सिलिक अम्ल दुर्बल क्षार जैसे सोडियम बाइकार्बोनेट को अपघटित कर देता है तथा बुदबुदाहट के साथ CO2 गैस निकलती है।
Ans. फिनाॅल प्रबल क्षार जैसे NaOH के साथ अभिक्रिया करके लवण बनाता है।
Ans. फिनाॅल, जिंक चूर्ण के साथ गर्म करने पर बेंजीन बनाता है।
Ans. फिनाॅल की अभिक्रिया निर्जल ZnCl2 की उपस्थिति में 573K ताप पर अमोनिया से कराने पर ऐनिलिन प्राप्त होता है।
Ans. फिनाॅल PCl5 के साथ अभिक्रिया करके क्लोरो बेंजीन तथा फास्फोरस ऑक्सी क्लोराइड बनाता है।
Ans. फिनाॅल, ऐसीटोन में सोडियम हाइड्रोक्साइड से अभिक्रिया करके सोडियम फीनाॅक्साइड बनाता है।
Ans. फिनाॅल कार्बोक्सिलिक अम्ल, अम्ल क्लोराइड एवं अम्ल ऐनहाइड्राइड के साथ अभिक्रिया करके ऐस्टर बनाता है।
Ans. फिनाॅल में ऐसीटिल समूह का समावेश ऐसीटिलीकरण कहलाता है।
Ans. फिनाॅल बेंजोयल क्लोराइड के साथ अभिक्रिया करके फेनिल बेंजोएट बनाता है।
Ans. सांद्र नाइट्रिक अम्ल तथा सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल के मिश्रण के साथ नाइट्रिकरण करने पर 2,4,6- ट्राई नाइट्रोफिनाॅल प्राप्त होता है जिसे पिक्रिक कहते हैं।
Ans. फिनाॅल निर्जल AlCl3 की उपस्थिति में ऐसिटिल क्लोराइड के साथ अभिक्रिया करके o-ऐसिटिल फिनाॅल तथा p-ऐसिटिल फिनाॅल बनाता है।
Ans. फिनाॅल ब्रोमीन जल के आधिक्य के साथ अभिक्रिया करके 2, 4, 6- ट्राई ब्रोमो फिनाॅल का श्वेत अवक्षेषप बनाता है।
Ans. फिनाॅल की अभिक्रिया CS2 या CCl4 विलायक में ब्रोमीन के साथ 273K ताप पर कराने पर मोनो प्रतिस्थापी उत्पाद प्राप्त होता है।
Ans. फिनाॅल की क्षारीय विलयन में कार्बन टेट्राक्लोराइड से अभिक्रिया कराने पर सैलिसिलिक अम्ल प्राप्त होता है।
Ans. फिनाॅल की अभिक्रिया NaOH के साथ कराने पर सोडियम फीनाॅक्साइड बनता है।
Ans. फिनाॅल हाइड्रोजन से निकल या पैलेडियम की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकृत होने पर साइक्लोहैक्सेनाॅल बनता है।
Ans. फिनाॅल पैरा स्थिति पर बेंजीन डाईऐजोनियम लवण के साथ युग्मित होकर p- हाइड्राॅक्सीऐजोबेंजीन बनाता है।
Ans. फिनाॅल सांद्र H2SO4 की उपस्थिति थैलिक ऐनहाइड्रोक्साइड के साथ अभिक्रिया करके फीनाॅफ्थेलीन बनाता है।
Ans. फिनोल का उपयोग बैकलाइट बहुलक बनाने में, पिक्रिअ अम्ल बनाने में, कार्बोलिक साबुन बनाने में तथा कई कीटनाशक दवाइयों के निर्माण में होता है।
Ans. वे कार्बनिक यौगिक जिनमें द्विसंयोजक ऑक्सीजन परमाणु की दोनों संयोजकताएँ ऐल्कीन समूहों से संतुष्ट हो, ईथर अथवा ऐल्काॅक्सी ऐल्केन कहलाते हैं।
Ans. ईथर का सामान्य सूत्र R-O-R’ होता है।
Ans. यदि R तथा R’ किसी ईथर में समान हो तो उसे सरल ईथर कहते हैं।
Ans. यदि ईथर के सूत्र R तथा R’ भिन्न हो तो उसे मिश्रित ईथर कहते हैं।
Ans. ईथर का दूसरा नाम ऐनहाइड्राॅक्साइड है।
Ans. एल्कोहाॅल के दो अणुओं में से जल के एक अणु के विलोपन पर ईथर प्राप्त होता है।
Ans. ईथर का सामान्य सूत्र CnH2n+2O है।
Ans. ईथर का IUPAC नाम ऐल्काॅक्सी ऐल्केन है।
Ans. डाई एथिल ईथर की गंध मीठी होती है।
Ans. डाई एथिल ईथर रंगहीन होता है।
Ans. डाई एथिल ईथर अत्यंत वाष्पशील व ज्वलनशील द्रव्य है।
Ans. डाई एथिल ईथर का क्वथनांक 307.6K है।
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