सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 79 |कंपटीशन परीक्षा में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | NEET में पूछे जाने वाले सामान्य रसायन विज्ञान के प्रश्न उत्तर | 11th स्टैंडर्ड के प्रश्न उत्तर | रसायन विज्ञान के संबंधित संपूर्ण प्रश्न उत्तर
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 79
Ans. केंद्रक की खोज 1831 में हुई।
Ans. स्तनधारियों की लाल रक्त कणिकाओं को छोड़कर प्रत्येक कोशिका में केंद्रक पाया जाता है।
Ans. केंद्रक प्रोटीन से निर्मित दोहरी झिल्ली है।
Ans. जीव धारियों में होने वाली उन समस्त अभी क्रियाओं को जितने ऊर्जा की प्राप्ति होती है अथवा व्यय होता है, उपापचय अभिक्रिया कहलाती है।
Ans. उपापचय अभिक्रिया दो प्रकार की होती है।
Ans. उपचय एक रचनात्मक प्रक्रम है।
Ans. अपचय एक खंडात्मक प्रक्रम है।
Ans. कोशिका का पाॅवर हाउस माइटोकॉन्ड्रिया को कहते हैं।
Ans. कोशिका को ऊर्जा खाद अनुभव के ऑक्सीकरण से प्राप्त होती है यह ऑक्सीकरण मुख्यतः कोशिका में माइटोकॉन्ड्रिया में एंजाइम की उपस्थिति में संपन्न होती है इसीलिए माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का पावर हाउस कहते हैं।
Ans. कार्बोहाइड्रेट प्राकृतिक कार्बनिक यौगिक है।
Ans. कार्बोहाइड्रेट पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा बनते हैं।
Ans. अधिकांश कार्बोहाइड्रेट का सामान्य सूत्र Cx(H2O)y है।
Ans. प्रकाशिक सक्रिय योगिक जो या तो स्वयं पॉलीहाइड्रोक्सी कार्बोनिल यौगिक हो अथवा जल अपघटित होकर पॉलीहाइड्रोक्सी कार्बोनिल यौगिक देते हो, कार्बोहाइड्रेट कहलाते हैं।
Ans. कार्बोहाइड्रेट का प्रमुख कार्य शरीर को ऊष्मा तथा ऊर्जा प्रदान करना तथा पौधों में स्टार्ट तथा जीवो में ग्लाइकोजन के रूप में संग्रहित रहना तथा पादपों का कंकाल निर्माण करना है।
Ans. कार्बोहाइड्रेट्स दो प्रकार के होते हैं।
Ans. मीठे स्वाद युक्त कार्बोहाइड्रेट शर्करा कहलाती है।
Ans. बिना मीठे स्वाद वाली कार्बोहाइड्रेट अशर्करा कहलाती है।
Ans. वे कार्बोहाइड्रेट जो फेलिंग विलयन तथा टाॅलेन अभिकर्मक द्वारा अपचयित हो जाती है, अपचायी शर्करा कहलाती है।
Ans. वे कार्बोहाइड्रेट जो फेलिंग विलयन तथा टाॅलेन अभिकर्मक द्वारा अपचयित नहीं होती अनपचायी शर्कराएं कहलाती है।
Ans. वे कार्बोहाइड्रेट जिनका जल अपघटन नहीं होता है यानि सामान्य कार्बोहाइड्रेट जो जल अपघटित होकर इससे अधिक सामान्य यौगिक नहीं दे सके, मोनोसेकेराइड कहलाते हैं।
Ans. प्रकृति में लगभग 20 प्रकार के मोनोसेकेराइड है।
Ans. वे कार्बोहाइड्रेट जिनका जल अपघटन होता है तथा जल अपघटन पर दो या दो से अधिक मोनोसेकेराइड ईकाईयाँ देते हैं आॅलिगोसेकेराइड्स कहलाते हैं।
Ans. वे कार्बोहाइड्रेट जिनका जल अपघटन होने पर वे 10 से अधिक मोनोसेकेराइड ईकाईयाँ देते हैं, पाॅलीसेकेराइड कहलाते हैं।
Ans. मोनोसेकेराइड का सामान्य सूत्र (C6H10O5)n है।
Ans. मोनोसेकेराइड का मीठा स्वाद का नहीं होता है।
Ans. ग्लूकोज का अणुसूत्र C6H12O6 है।
Ans. ग्लूकोस मुक्त रूप में पके हुए अंगूर, शहद तथा कई मीठे फलों में पाया जाता है।
Ans. मानव रक्त में ग्लूकोस 0.1% पाया जाता है।
Ans. ग्लूकोज के दो स्त्रोत होता है।
Ans. सुक्रोस का सामान्य सूत्र C12H22O11 है।
Ans. ग्लूकोस का दूसरा नाम ऐल्डोहेक्सोस है।
Ans. ग्लूकोस सफेद क्रिस्टलीय ठोस होता है।
Ans. ग्लूकोस का स्वाद मीठा होता है।
Ans . ग्लूकोस का गलनांक 419K है।
Ans. ग्लूकोस का रासायनिक सूत्र CH2OH(CHOH)4CHO है।
Ans. ग्लूकोस हाइड्रोक्सिल ऐमीन के साथ क्रिया करके मोनोआॅक्सिम बनाता है।
Ans. ग्लूकोस हाइड्रोजन सायनाइड से क्रिया करके सायनोहाइड्रिन बनाता है।
Ans. फेलिंग विलियन A( जलीय CuSO4 विलयन) तथा फेलिंग विलियन B(जलीय NaOH विलयन जिसे रोसैल लवण की थोड़ी सी मात्रा द्वारा बनाया जाता है)के समान आयतन को मिलाने पर गहरा नीला विलन प्राप्त होता है जिसे फेलिंग विलयन कहते हैं।
Ans. ग्लूकोस का एल्डिहाइड समूह फेनिल हाइड्रेजीन के साथ क्रिया करके घुलनशील फेनिल हाइड्रेजीन बनाता है यदि फेनिल हाइड्रेजीन की अधिक मात्रा ली जाए तो यह डाइहाइड्रेजीन बनाता है जिसे ग्लूकोसाजोन कहते हैं।
Ans. ग्लूकोस को ऐसिटिक ऐनहाइड्राइड या ऐसिटिल क्लोराइड के साथ गर्म करने पर पेन्टाऐसीटिल व्युत्पन्न बनाता है।
Ans. ग्लूकोस की शुष्क HCl की उपस्थिति में मेथिल एल्कोहल के साथ क्रिया करवाने पर ईथर, मेथिल ग्लूकोसाइड बनता है।
Ans. मोनोसैकेराइड्स के विन्यास ग्लिसरेल्डिहाइड से संबंधित होते हैं तथा यह संबंधित विन्यास कहलाते हैं।
Ans. ग्लूकोस α तथा β दो क्रिस्टलीय रूपों में पाया जाता है।
Ans. पाइरैन से समानता होने के कारण ग्लूकोस की छह सदस्यीय वलय सरंचना को पाइरैनोस संरचना कहते हैं।
Ans. ग्लूकोस के दोनों चक्रीय संरचनाएं में भिन्नता केवल C1 पर उपस्थित H परमाणु व -OH समूह के विन्यास में है इसे ऐनोमरी कार्बन कहते हैं तथा ऐसे समावयवी ऐनोमर कहलाते हैं।
Ans. किसी भी पदार्थ के विलयन के ध्रुवण के मान में समय के साथ यदि परिवर्तन होता है यानी समय के साथ ध्रुवण घूर्णन का मान बढ़ाता या घटता है तो पदार्थ के इस गुण को परिवर्ती ध्रुवण घूर्णन या म्यूटाघूर्णन कहते हैं।
Ans. फ्रक्टोस का अणुसूत्र C6H12O6 है।
Ans. फ्रक्टोस में 6 कार्बन परमाणु की संख्या होती है।
Ans. वे कार्बोहाइड्रेट, जल अपघटन करने पर दो मोनोसैकेराइड ईकाईयाँ देते हैं, डाइसैकेराइड कहलाते हैं।
Ans. डाइसैकेराइड दो प्रकार के होते हैं।
सामान्य रसायन विज्ञान प्रश्न उत्तर भाग – 79