जैन धर्म के महत्वपूर्ण gk part 2 . महावीर स्वामी ने अपने शिष्यों को कितने गणधरों में विभाजित किया था? महावीर स्वामी के भिक्षुणी संघ की प्रधान कौन थी?
जैन धर्म के महत्वपूर्ण gk part 2
Ans महावीर स्वमी ने अपने शिष्यों को 11 गणधरों में विभाजित किया था.
Ans महवीर स्वामी की भिक्षुणी संघ की प्रधन चंदना थी.
Ans ऋषभदेव का प्रतीक चिन्ह सांड था.
Ans अजितनाथ का प्रतीक चिन्ह हाथी था.
Ans संभव का प्रतीक चिन्ह घोडा था.
Ans संपर्श्व का प्रतीक चिन्ह स्ग्वास्तिक था.
Ans शांति का प्रतीक चिन्ह हिरन था.
Ans अरनाथ का प्रतीक चिन्ह मीन था.
Ans नामि का प्रतीक चिन्ह नीलकमल है,
Ans अरिष्टनेमि का प्रतीक शंख था.
Ans पार्श्व का प्रतीक सर्प था.
Ans महावीर का प्रतीक सिंह है.
Ans जैन 2 सम्प्रदायों में बाँट गया था.
Ans जैन सम्प्रदायों का नाम श्वेतांबर , दिगंबर है.
Ans श्वेत वस्त्र धारण करने वाले श्वेतांबर कहलाए
Ans निर्वस्त्र रहने वाले दिगंबर कहलाए
Ans श्वेतांबर स्थूलभाद्र के शिष्य थे.
Ans दिगंबर भद्रबाहु के शिष्य थे.
An s जैन धर्म में ईश्वर की मान्यता नहीं है.
Ans महावीर स्वमी की म्रत्यु 72 वर्ष की उम्र में हुई.